मुख्यमंत्री डॉ मोहन यादव के आदेश की अवहेलना कर रहा है सागर जिले का शिक्षा विभाग
टीसी लेने के लिए लगा रहे हैं चक्कर नहीं दी जा रही है टी .सी. आवेदकों ने श्रीमान जिलाधीश महोदय के यहां पर टीसी दिलाने के लिए आवेदन के माध्यम से लगाई गुहार
सागर—— मध्यप्रदेश के नये मुख्यमंत्री मोहन यादव के साथ नई व्यवस्था में प्रदेश भर में लागू की जा रही है। इस तारतम्य में प्रदेश के हर प्राइवेट स्कूलों को जांच के दायरे में रखा गया है। जांच में सही नहीं पाये जाने पर प्रायवेट स्कूलों के संचालकों और प्राचार्यों पर लाखों रूपये के जुर्माने सहित थानों में एफआईआर दर्ज कराकर जेल भी भेजा गया है। मध्यप्रदेश के सागर जिले में अब तक किसी भी स्कूल पर ठोस कार्रवाई नहीं की गई है। वहीं सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार यहां एक स्कूल की मान्यता पर कई प्राइवेट स्कूल संचालित हो रहे हैं। सागर जिले में हास्टल का प्रावधान न होने पर भी कई स्कूलों में गैरकानूनी तरीके से प्राइवेट हास्टल संचालित किये जा रहे हैं। शासन से निर्धारित मानक पर खेल प्रांगण और स्कूल के निर्मित क्षेत्रफल का भी ध्यान नहीं रखा जा रहा है। टी सी के लिये बच्चों और उनके परिजन को परेशान भी किया जा रहा है। कुछ स्कूल वाले नाम न बताने की शर्त पर जिला शिक्षा अधिकारियों को महीने में मुंह मांगा मिठाई का डिब्बा परंपरागत रूप से पेश करने की बात करते हैं। इसलिये स्कूल संचालकों से मान्यता की कापी और अन्य दस्तावेज समाचार पत्र और न्यूज चैनलों के संवाददाता को दिखने में बहाने बनाते रहते हैं। गौरतलब है कि नये मुख्यमंत्री मोहन यादव के आदेश पर प्रदेश भर में प्राइवेट स्कूलों पर सख्त कार्रवाई की गई लेकिन सागर जिले में आला अधिकारियों द्वारा कोई सख्त कार्रवाई न करना आम जनता के लिये चर्चा का विषय बना हुआ है। सागर के खुरई रोड स्थित न्यू ज्ञान स्थली कान्वेंट स्कूल रविदास वार्ड में अवैध रूप से संचालित हो रही है। इसमें बच्चों की 24 घंटे रूकने की जानवरों जैसी व्यवस्था वाली हास्टल भी संचालित हो रही है।