शासन प्रशासन से न्याय न मिलने पर 3 पीडी पैदल चली मुख्यमंत्री निवास की ओर
मुख्यमंत्री निवास पर क्या करेगे ऐ गुप्त है
सागर — विना सूचना के ताजपुर गांव का गरीब किसान का मकान तोडने पर तेहसीलदार नायब तहसीलदार पटवारी एवं अनिल श्रीवास्तव पर बरखास्त कर एफाईआर की मांग को लेकर भोपाल मुख्यमंत्री निवास तक 7 तारीख को निकले रामाधार पटेल का परिवार जिस में रामाधार के मां की उम्र 70 साल के आसपास है तो रामाधार पटेल एवं तीन भाईयो की उम्र 18 से 30 बर्ष के बीच में है लेकिन साथ में 1 बर्ष की बेटी भी है जो ऐसे बारिश में इन्साफ की लड़ाई के लिए गरीब किसान का परिवार पैदल चल रहा है
रहतगढ पहुचा पहले दिन पैदल चलकर परिवार
रामाधार पटेल ने तत्कालीन कलेक्टर दीपक आर्य को आवेदन देकर 15 दिनो में न्याय की गुहार लगाई थी लेकिन इसे अधिकारियों की हठधर्मीता बोले या कर्तव्य के प्रति लापरवाही जो 15 दिनो के बाद भी पीडित परिवार की बात सुनने समय नही दिया जिस से व्यथिथ होकर रामाधार पटेल परिवार सहित 7 तारीख को परिवार सहित पैदल मुख्यमंत्री निवास भोपाल की ओर निकल पडे और 20 किलोमीटर चलकर रहतगढ पहुच गए जहा एसडीएम ने मानवीय आधार पर मंगल भवन में रात रहने की व्यवस्था कर दी और सुबह ऐ परिवार सहित आगे निकल गया कलेक्टर दीपक आर्य को न्याय के लिए आवेदन दिया था और एसपी सागर के साथ विदिशा एसपी रायसेन एसपी भोपाल एसपी को पत्र में उल्लेख कर सुरक्षा व्यवस्था की मांग की थी लेकिन न कलेक्टर ने सुनी न एसपी ने सुनी है
धटना दुर्घटना में शासन प्रशासन जिम्मेदार होगा या नहीं
गरीब पीडित परिवार को ताजपुर गांव से मुख्यमंत्री निवास भोपाल तक पैदल चलते समय तेहसीलदार नायब तहसीलदार पटवारी एवं अनिल श्रीवास्तव सभी दबंग और रसूख वाले है मुख्यमंत्री निवास भोपाल तक जाते समय कोई भी धटना को अन्जाम दे सकते हैं आखिर सभी जिम्मेदार अधिकारीयो को आवेदन देने के बाद भी कोई जिम्मेदारी के लिए तैयार नहीं है आखिर मुख्यमंत्री बार बार प्रशासन को हिदायत देते रहते है लेकिन जमीनी अधिकारी मानने तैयार नहीं है